
लखनऊ में 15 जून को गृह मंत्री अमित शाह के आगमन की तैयारी हो रही है। वह सिपाही भर्ती में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देंगे, जिसमें 60244 पदों पर हुई सीधी भर्ती के साथ 12048 महिलाएं भी शामिल हैं। दूसरी ओर, राजधानी में बीते 24 घंटे में 3 कोरोना मामले सामने आए हैं। एक डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिससे राजधानी में स्थिति की चिंता बढ़ गई है।
राजा रघुवंशी की हत्या सोनम रघुवंशी के सामने ही की गई!
पीलीभीत में सपा कार्यालय को खाली कराने का मुद्दा
पीलीभीत में सपा कार्यालय को खाली कराने के लिए पुलिस की भारी तैनाती की गई। अफसरों और पुलिस के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई, जबकि नगर पालिका ने 10 जून को नोटिस जारी किया था। ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है, इस मुद्दे ने सियासी तूल पकड़ लिया है।
दिल्ली: कालकाजी में बवाल और आतिशी की गिरफ्तारी
दिल्ली में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के भूमिहीन कैंप में झुग्गियां तोड़ने की कार्रवाई के विरोध में नेता विपक्ष और कालकाजी MLA आतिशी को पुलिस ने हिरासत में लिया। आतिशी ने इसे बीजेपी का दमनकारी कदम बताया, वहीं पुलिस कार्रवाई से पहले यह मामला सियासी रंग ले चुका था।
राजा रघुवंशी मर्डर केस: नए खुलासे और साजिश का शक
शिलांग, मेघालय में राजा रघुवंशी की हत्या को लेकर अब तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने दावा किया कि हत्या की योजना शिलांग की पत्नी सोनम रघुवंशी ने बनाई थी। हत्या से पहले वह आरोपियों के साथ नजर आई थी और घटना के बाद वह नॉर्मल होकर इंदौर चली गई। पुलिस के मुताबिक, यह एक सुनियोजित साजिश थी जिसमें हर कदम को योजना के तहत अंजाम दिया गया।
कानपुर में पुलिस की क्रूरता: एक आत्महत्या का कारण
कानपुर के कोटरा में पुलिस की क्रूरता के चलते एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। जीतू निषाद और उनकी पत्नी के बीच झगड़े के बाद पुलिस ने उसे बेरहमी से पीटा और पैसे की मांग की। पुलिस द्वारा उत्पीड़न के कारण जीतू ने आखिरकार अपनी जान ले ली, जिससे यह घटना और भी गंभीर हो गई।
आयुष्मान योजना में घपला: 9.94 करोड़ का घोटाला
उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना में घपला सामने आया है। 22 दिनों के अंदर 6239 लाभार्थियों की पेमेंट में हेरफेर की गई। जांच में यह सामने आया कि इस घोटाले में अधिकारियों ने लाभार्थियों के नाम पर पैसे हड़पे, जिसके चलते 9.94 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
कानपुर पुलिस की घूसखोरी: दरोगा रंगे हाथ पकड़ा गया
कानपुर के नौबस्ता थाने में तैनात दरोगा अभिनव चौधरी को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। दरोगा ने एक युवक से नाम हटाने के एवज में घूस की मांग की थी। पुलिस टीम ने उसे पकड़ने के लिए फिनोपथलीन पाउडर का इस्तेमाल किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
इन घटनाओं ने उत्तर प्रदेश और दिल्ली में राजनीतिक और प्रशासनिक संकट को जन्म दिया है। जहां एक ओर सिपाही भर्ती, कोरोना के बढ़ते मामलों और झुग्गी उजाड़ने के विरोध में राजनीति गर्म हो रही है, वहीं दूसरी ओर अपराध और प्रशासनिक भ्रष्टाचार के मामले समाज के हर तबके को प्रभावित कर रहे हैं। इन घटनाओं के बाद जनता में सरकार के प्रति असंतोष भी बढ़ सकता है, और आगामी दिनों में इन मुद्दों पर और भी चर्चा होगी।
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